अन्य पहलें

विद्यालयों से मिली अभिभूत कर देने वाली प्रतिक्रिया; मध्याह्न-भोजन योजना के अन्तर्गत भारत सरकार एवं राज्य सरकारों के साथ साझेदारी और हमारे समाजसेवी दाताओं से मिलने वाले विवेकपूर्ण सहयोग से हमारी पहुंच 1 स्थान एवं 1,500 बच्चों से बढ़कर भारत के नौ राज्यों में 45 स्थानों के 18 लाख बच्चों तक हो गई है। संगठन ने पाँच सरकारी विद्यालयों के बच्चों को भोजन कराने से शुरुआत की थी और अब 19 वर्ष की अवधि में यह 10,000 से भी ज्यादा सरकारी विद्यालयों के बच्चों को भोजन कराने की स्थिति में पहुंच चुका है।

नियमित मध्याह्न-भोजन कार्यक्रम के अतिरिक्त, Akshaya Patra ने अन्य भोजन पहलों का भी उपक्रम किया है, जैसे कि :

  • आँगनबाड़ी भोजन

  • गर्भवती एवं स्तनपान करा रही माताओं को भोजन कराना

  • विशेष विद्यालयों में भोजन कार्यक्रम

  • आर्थिक रूप से पिछड़ों के लिए रियायती दरों पर भोजन

  • घर से भागे हुए बच्चों को भोजन कराना

  • वृद्धाश्रमों में भोजन कार्यक्रम

  • बेघरों को भोजन कराना

  • आपदा राहत


उपरोक्त पहलों के अतिरिक्त, संगठन अन्य सामाजिक पहलों की दिशा में भी कार्य करता है, जैसे  कि :

  • कक्षा-पश्चात् ट्यूशन

  • जीवन-कौशल कार्यक्रम

  • सामुदायिक स्वास्थ्य शिविर

  • छात्रवृत्ति कार्यक्रम

  • स्वास्थ्य जांच शिविर

अक्षय पात्र वर्ष 2025 तक 50 लाख बच्चों तक पहुंचने के अपने ध्येय को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के द्वारा हम हमारे संदृश्य कि, “भारत में कोई भी बच्चा भूख की वज़ह से शिक्षा से वंचित नहीं होगा” के और नज़दीक पहुंचते हैं। हम निश्चित हैं कि हमारे हितधारकों के सतत् सहयोग के साथ हम भारत में विद्यालयी बच्चों के भूखे रहने की स्थिति का उन्मूलन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में सक्षम होंगे।

 

The Best Way to Make a Difference in the Lives of Others